एक मुलाक़ात....❣️( भाग - 27 )
रिकेप - आरव ने अनिशा को मिशा के घर छोड़ दिया मिशा पीछे के गेट से उसे अंदर ले गई आरव अपने घर चला गया मिताली को रोहन उसके घर छोड़ने चला गया ।।
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दूसरी तरफ कार में रोहन और मिताली बैठे थे मिताली आराम से आंखे बंद किये खिड़की से सर टिकाये बैठी थी रोहन कार ड्राइव कर रहा था एक नज़र उसने मिताली को देखा फिर कार का एफेम ऑन कर दिया ---
हो ओ ... एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा (लाइन सुन के रोहन कि नज़र खुद बा खुद मिताली के चेहरे कि और चली गई वो अभी भी वैसे हि बैठी थी )
एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा, जैसे
खिलता गुलाब, जैसे
शायर का ख्वाब, जैसे
उजली किरन, जैसे
बन में हिरन, जैसे
चाँदनी रात, जैसे
नरमी बात, जैसे
मन्दिर में हो एक जलता दिया, हो!
ओ... एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा!
(रोहन के दिलो दिमाग में मिताली छा गई थी उसकी मासूमियत उसकी स्माइल उसकी भूरी आंखे और गुलाब कि तरह खिलता चेहरा रोहन का चेन करार सब ले गए थे उस एक मुलाकात में हि )
मिताली ने अपनी आंखे खोली और रोहन कि तरफ देखा जो सामने देख ड्राइव करते हुए खुद में हि मुस्कुरा रहा था उसे देख मिताली भी कुछ देर के दिए उसकी मुस्कान में खो सी गई तब अचानक ब्रेक लगने से वो होश में आई और बोली - "क्या हुआ"
रोहन - "पता नहीं देखता हूँ वेट " वो बाहर निकल के देखता है तो बोनट से हल्का धुआँ निकल रहा था वो हल्का सा हिट कर के बोला "अरे यार इसे भी अभी होना था "
मिताली भी बाहर आई वो भी देख बोली - "ये तो ओवर हीट हो गई अब क्या करें "
रोहन - हम्म हमें पानी चाहिए आप यही रुकिए में आगे देख कर आता हूँ कोई दुकान मिल जाए पानी ले लेंगे !! ये बोल उसने जाने के लिए कदम बड़ाए तो मिताली ने उसका हाथ अचानक पकड़ लिया ।।
रोहन एकदम से फ्रिज़ हो गया और पलट के बोला "जी"
मिताली - आ....वो.... एक्चली आप ... क्या आप मुझे यहाँ अकेला छोड़ के जाएँगे ......देखिये में डरती नहीं हूँ पर ,,,, पर ये जो जगह है ना बड़ी अजीब है तो ....क्या मैं भी साथ हि चालू " उसने इतनी मासूमियत से कहा तो रोहन मुस्कुरा दिया दोनों आगे बड गए ।।
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आरव का घर ......
आरव घर आ गया था उसने कार पार्क कि और अंदर आ गया और अपने रूम में चला गया उसने कपड़े बदले और बढ़ पर लेट सोचने लगा दो हफ्ते बाद अनिशा कि विद्युत के साथ शादी थी उससे पहले उसे कुछ सोचना था कि कैसे उसका सच अनु के पापा के सामने आए कि वो खुद हि अनिशा कि शादी रोक दे पर उसे कुछ भी आईडिया नहीं सूझ रहा था यही सब उलझन में वो कब सोया उसे पता भी नहीं चला
दूसरी तरफ अनिशा मिशा के साथ पीछे के गेट से अंदर आ गई रूम में आ के मिशा उसे छेड़ने लगी अनिशा दोनों कुछ देर एक दूसरे को परेशान करते रहे मिशा के पास विवान का कॉल आया तो वो बालकनी में चली गई ।।
अनिशा बैठ के पिक्स देखने लगी सगाई कि तभी उसके फोन पर कॉल आया उसने कॉल पिक कि उधर से आवाज़ "आई हेलो मेरी जान" ये आवाज़ सुन अनिशा का चेहरा गुस्से से लाल हो गया दूसरी तरफ विद्युत था वो आगे बोला "ओ हो गुस्सा क्यूँ कर रही हो,,,,वैसे छोड़ो ये बात और ये बताओ शादी कि तैयारी कैसी चल रही है वैसे मैंने सुना तुम आरव के साथ थोड़ी देर पहले कहीं से आई हो 🤨🤨
ये सुन अनिशा हैरानी से बोली तुम.....तुम ये क्या बोल रहे हो तुम मेरा पीछा कर रहे थे ।।
विद्युत तिर्छा मुस्कुरा दिया और बोला - विद्युत किसी का पीछा नहीं करता पर अपने टारगेट और दुश्मन दोनों पर नज़र रखता है ।।
अनिशा मुस्कुरा के " ओह तो तुम को जब पता चल हि गया है कि मैं आरव के साथ थी तो सुनो हा थी मैं उसके साथ ,,,,,,क्यूँ कि प्यार है वो मेरा और बहुत प्यार करती हूँ मैं उससे ,,,,,,, और अब हे ना दम तो आ और दूर कर के दिखा अनिशा के आरव को उससे दूर ,,,,, और एक बात बारात भले तेरी आए पर दुल्हन में अपने आरव कि हि बनुगी,,,,, वो तेरी आँखों के सामने मुझे अपना बनाएगा समझा तू ,,,,, तो बेटा खुद को गबर और मुझे बसंती मत समझ कि तू बोलेगा और में नाचूंगी " इतना बोल अनिशा ने गुस्से में कॉल कट कर दी ____
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उसकी बातें सुन विद्युत गुस्से से भर गया अनिशा कि बातों ने उसके गुरुर तो चोट दी थी जो उसे बर्दाश से बाहर रहा उसने फोन बैड पर फेका और बार काउंटर पर बैठ बियर कि बॉटल को मुँह से लगा लिया वो गुस्से में पिया जा रहा था तभी रूम में सोनाली उसके लिए दूध लाई उसने जब विद्युत को उस हल में देखा तो उसके पास गई (भले विद्युत उसे कुछ नहीं समझता हो पर सोनाली उसे खुद से ज्यादा प्यार करती थी ) वो उसके पास गई विद्युत बहुत नशे में था उसकी आंखे भी बंद हो रही थी सोनाली को देख उसने हल्का मुस्कुराया और दूर धकेलने कि बजाये उसका हाथ पकड़ अपने पास खींच लिया वो सीधा उसकी गोद में बैठ गई विद्युत उसकी सीने पर सर रख कर बोला
विद्युत - " तुमसे कितनी बार कहा है कि मुझसे दूर रहा करो क्यूँ नहीं सुनती तुम ,,,,, बोला है ना कि.....कि मेरे सामने मत आया करो कहीं में तुम्हें चोट ना पंहुचा दूँ ,,,,,, मैं इतना बुरा नहीं हूँ सोना (ये शब्द सुन उसका दिल धक से बोला ) जितना तुम समझती हो या सब समझते है,,,,,बस......बस मुझे ऐसा बनाया मेरे गुरुर, पैसे सानो सोकत ने बचपन से पापा ने वो सब दिए जिस पर मैंने हाथ रखा ,,,, इसलिए मुझे जो नहीं मिलता मैं उसे छीन लेता हूँ ,,,,,, ये जो कर रहा था पापा के कहने पर कर रहा था पर अब उस आरव और अनिशा ने मेरे गुरुर पर चोट कि है इस लिए बर्बाद तो अब वो होगे ,,,,,,
पर एक बात कहनी थी मैं तुमसे नफ़रत नहीं करता पर .....पर मैं तुमसे प्यार भी नहीं कर सकता अब ,,,,,, मैं तुम्हारे लायक नहीं हूँ सोना इसलिए तुम्हें खुद से दूर हि रखता हूँ मैं आज तक बहुत लड़कियों के करीब गया हूँ पर किसी लड़की को अपने इतना करीब नहीं आने दिया कि वो मेरे बदन को छू सके ,,,,, मैं तुमसे प्यार नहीं कर सकता पर दूर भी नहीं कर सकता .....उसकी बात सुन सोनाली कि आँखों में आंसू थे उसने विद्युत का चेहरा अपने हाथ में लिया और उसके माथे से माथा लगा के रोने लगी विद्युत ने उसका चेहरा पकड़ा और उसके होंठ पर अपने होंठ रख उसे शांत करा दिया वो उसे ले कर रूम मे आ गया।।
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"हाश शुक्र है कि पानी मिल गया " मिताली ने दुकान को देखते हुए कहा रोहन ने वहां से पानी कि बॉटल ली और दोनों वहां से कार जहा थी उस दिशा में चल दिए ।।
मिताली - वैसे आप मिशा के सगे भाई है ।।
रोहन (सामने देखते हुए) - नहीं मिशा और मैं सगे भाई बहन नहीं है बट फिर भी हम सगे से बढ़ के है एक दूसरे के लिए ।।☺
मिताली - हम्म वाह यार आज कल बहुत कम ऐसा होता है वरना यहा तो अपने हि अपनो के दुश्मन बन जाते है,,,, खैर जाने दीजिये आप वैसे करते क्या है
रोहन - मैं एक लॉयेर हूँ इंदौर मैं रहता हूँ क्यूँ मेरा मेन ऑफिस वहीं है ।।
मिताली - वाओ ग्रेट वैसे आप बड़े शांत रहते है आप ऐसे हि है या मेरे सबने शांत बन रहे है ।।
रोहन उसकी तरफ देख मुस्कुराया और उसके करीब आ गया मिताली पीछे को झुक गई रोहन उसकी कमर से पकड़ के उसको उसरी तरफ कर दिया क्यूँ कि बातों बातों में मिताली रोड के बीच में आ गई थी उसके छूने से वो जम सी गई एक अलग सा एहसास उसे हुआ वो अब शांति से बिना कुछ बोले आगे चलने लगी रोहन ने कार को ठीक किया और जब वो स्टार्ट हुई दोनों वहां से निकल गए ।।
आरव का घर
अवनि रूम में लेती थी उसे नींद नहीं आ रही थी वो अपने फोन में इंस्टा स्क्रोल कर रही थी कि उसे अपनी बालकनी से उस आवाज़ आई वो डर गई कि इतनी रात कौन होगा वो धीरे कदमों से आगे बडने लगी उसने टेबल का वास हाथ में उठा लिया और गेट कि तरफ बड़ी उसने उसका बर्द साइड किया और वास को हवा में ऊपर किया मरने को पर उसका हाथ रुक गया सामने नील दोनों हाथ से अपना फेस धाक के नीचे झुक गया था अवनि ने उसे देख कहा "तुम " और फिर वास को वहीं रख दिए ।।
नील सीधा खड़ा हुआ और हाफते हुए बोला "थैंक गॉड बच गया वरना आज ये भूखी शेरनी सच में मार हि डालती " ।।
अवनि उसे अभी भी घूर रही थी वो बोली - तुम सच में पागल हो मतलब ऐसी हरकतें करते ना ,,,,,ऐसे कौन आता है और तुम घुसे कैसे अंदर ,,,,और कोई देख लेता तो ,,,,तुम्हें अकल है कि नहीं इतनी रात को आ गए हो ,,,,मैं .....उसकी बात् बीच में हि रुक गई वो बोली हि जा रही थी तो नील ने उसके गाल पर होल से किस कर दिया जिसे वो एक दम शांत हो गई उसने अपने एक आई ब्रो ऊपर 🤨🤨🤨 कर के नील को देखा तो नील ने बतिसि दिखा दी ।।
अवनि - ऐसा है ये बतिसि दिखाना बंद करो और बताओ क्यूँ आए हो ।।
नील उसके बिस्तर पर पसरते हुए - तुमसे मिलने आया हूँ ।।
अवनि 🤨🤨 - क्यूँ ।।
नील - अरे कमल कि लड़की हो यार मतलब ना आऊं तो नाराज़ आऊं तो भी ,,,,मतलब करुँ तो करुँ क्या ,,,नहीं क्या करुँ ,,, मर जाऊ 😖😖😖
अवनि उसकी नौटंकी पर हँस दी और आगे बड के उसे गले लगा लिया नील मुस्कुरा के उसे कस के अपनी बाहों में जकड लिया कुछ कुछ देर में अवनि उसे अलग हुई और जाने को बोली नील ने उसे फिर से गले लगा लिया और बोला "नहीं यार अभी तो आया हूँ तुम अभी भेज रही हो " अवनि उसे दूर करते हुए बोली "हम्म क्यूँ कि रात है अब जाओ वरना कोई देख लेगा जाओ ना प्लीस " उसके ऐसे बोलने पर नील मुँह बनाते हुए वहां से चला गया ।।
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धीरे धीरे टाइम गुजर रहा था सबके फाइनल एग्जाम भी स्टार्ट हो गए थे सब लगे हुए थे ।।
आरव अनिशा के साथ जब टाइम मिलता समय बिताता था कभी कभी दोनों सोचते कि उनकी हि लाइफ मे लव लाइफ में इतने सियापे क्यूँ है ,,,, नोर्मल क्यूँ नहीं है पर बोलते है ना जो प्यार मुश्किलों को पर करके हासिल हो वो प्यार जन्मो तक याद रहता है ,,,,, "जैसे पार्वती जी ने शिव को पाने के लिए ताप किया था वैसे हि शिव ने भी पार्वती के रूप में सती का इन्तज़ार किया था " जब खुद महा देव को अपने प्रेम को पाने के लिए इंतज़ार करना पड़ा था हम तो फिर भी इंसान है ।।
विवान मिशा को उनका प्यार बिना किसी मुश्किलों के मिल गया दोनों कि लव मेर्रिज थी पर ये बात सिर्फ दोस्तों को पता थी कि दोनों एक दूसरे को पहले से चाहते है इन्होने ते किया है कि जब तक अनिशा का मसला सुलझ नहीं जाता तब तक वो भी शादी नहीं करेंगे अनु आरव ने उन्हें समझाया पर वो अपनी बात पर हि अड़े रहे।।
अरिश अनाया कि लाइफ में एक नन्हा मुन्ह मेहमान आने वाला या वाली है ।।
नील अवनि का प्यार टकरार निक झोक नाराज़ होना मानना होता चलता हि रहता और इनका प्यार भी पर्वान चढ़ता जा रहा था ।।
इसी के साथ एक प्यार का अंकुर और फूटा था रोहन के दिल में हमारी मिताली को देख अब रोहन मिताली कि बातें होने लगी थी मिताली अब रोहन के साथ बहुत फ्रेंडली हो गई थी यहाँ तक कि नंबर्स भी एक्सचेंज हो गए थे मिताली के दिल में भी रोहन को ले कर भावनाये। जाग रही थी उसके साथ रहना उससे बातें करता मिताली को भी बहुत अच्छा लगता था ।।
धीरे धीरे एग्जाम बित गया था ये हफ्ते तो एग्जाम में हि निकल गए ।। अनिशा कि शादी थी विद्युत से आरव ने दोस्तों के साथ मिल शादी रोकने का एक प्लेन बना लिया था अनिशा को नहीं पता था अनिशा का दिल बहुत घबरा रहा था आरव ने उसे शांत रहने को कहा और उसे वादा किया ओके वो सब ठीक कर देगा जल्दी हि उसकी बात सुन अनिशा को थोड़ी तसली हुई ,,,,, सेठिया भवन में अनिशा कि सादी कि सारी तैयारियां होनी शुरू हो गई कल अनिशा कि हल्दी थी फिर परसो मेहंदी और फिर शादी ,,,,,, अनिशा का हाल ए दिल समझ सब दोस्त उसके आस पास हि रहते और उनका ध्यान विद्युत कि तरफ या उसे जुड़ी बातों कि तरफ जाने से रोकते
अनिशा भी ऊपर से शांत थी पर अंदर उसके एक तूफान चल रहा जो आरव समझ रहा था .........
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कहानी अभी जारी है ..................
क्या होगा अब क्या आरव रोक पायेगा ये शादी ??
ये विद्युत का सेकंड साइड कैसा लगा ??
मिताली और रोहन कि गाड़ी पटरी ओर आ गई कैसा रहा 😍😍
💞सुधा यादव💞